The Greatest Guide To sidh kunjika
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दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति।।
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।
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श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवी भद्रे भवान्यै ते नमो नमः।।